Top Ad unit 728 × 90

ajeetStudyNotes वेबसाइट पर आपका स्वागत है |

New Notes

https://rajoriyastudynotes.blogspot.com/2023/02/PDF.html

हिमालय कि नदिया

हिमालय कि नदिया




                                                                                  👇

हिमालय की नदियाँ

इन नदियों का अपवाह क्षेत्र अत्यंत विस्तृत है। इनमें साल भर जल की आपूर्ति होती रहती है क्योंकि इनमे वर्षा के अतिरिक्त बर्फ के पिघलने से भी जल आता रहता है। इसलिए इन नदियों को सदानीरा भी कहा जाता है। हिमालय की नदियों को तीन हिस्सों में विभाजित किया गया है – सिंधु नदी तंत्र, गंगा नदी तंत्र, ब्रह्मपुत्र नदी तंत्र। भू-वैज्ञानियों के अनुसार इन तीनों नदी तंत्रों का विकास एक अत्यंत विशाल नदी से हुआ है। जिसे शिवालिक या हिंद-ब्रह्म नदी के नाम से जाना जाता था, जो असम से पंजाब तक बहती थी। बाद में प्लीस्टोसीन युग में पोटवार पठार के उत्थान के बाद यह छिन्न-भिन्न हो तीन नदी तंत्रों में बंट गयी।

सिंधु नदी तन्त्र –

सिंधु नदी तंत्र में सिंधु के साथ उसकी सहायक सतलज, झेलम, रावी, व्यास, चिनाव आती हैं। सिंधु नदी तिब्बत में मानसरोवर झील के निकट चेमायुंगडुंग ग्लेश्यर से निकलती है। इसकी लंबाई 2880 किमी. है। 1960 में भारत पाक के बीच हुए सिंधु जल समझौते के तहत भारत सतजल, रावी के 80% और झेलम, चेनाब के 20% जल का ही उपयोग कर सकता है। झेलम नदी शेषनाग झील से निकलकर वुलर झील से मिलती है। चेनाब नदी हिमाचल प्रदेश में चंद्रभागा के नाम से जाती जाती है। रावी नदी कांगड़ा जिले में रोहतांग दर्रे से निकलती है।  सतलज नदी का उद्गम स्थल मानसरोवर झील के निकट राक्षस ताल से है। भाखड़-नांगल बाँध सतलज नदी पर ही स्थित है। कपूरथला के निकट व्यास नदी सतलज से मिलती है।

गंगा नदी तन्त्र –

भारत की सबसे प्रमुख नदी गंगा है। गंगा का उद्गम स्थल उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में गोमुख के निकट स्थित गंगोत्री ग्लेशियर है। यहाँ इसे भागीरथी के नाम से जाना जाता है। यह नदी अलकनंदा और भागीरथी नदियों का ही मिश्रित रूप है। ये देवप्रयाग में अलकनंदा से मिलती है। इसके बाद दोनों की संयुक्त धारा गंगा के नाम से बहती है। इसने मध्य हिमालय व लघु हिमालय को काटकर संकरे महाखड्ड (गार्ज) का निर्माण किया। यह उत्तराखंड में हरिद्वार के निकट मैदानी भाग में प्रवेश करती है। गंगा नदी की सर्वाधिक लम्बाई उत्तर प्रदेश में है। आगे चलकर ये भागीरथी व हुगली नाम की दो वितरिकाओं में बंट जाती है। गंगा नदी बांग्लादेश में पद्मा के नाम से जानी जाती है। गंगा की सर्वप्रमुख सहायक नदी यमुना है, जो कि गढ़वाल जिले के टिहरी में स्थित यमनोत्री हिमनद से निकलती है।

गंगा नदी की लम्बाई –

  • कुल लम्बाई 2525 किलोमीटर है।
  • उत्तराखंड में 110 किलोमीटर
  • उत्तर प्रदेश 1450 किलोमीटर
  • बिहार में 445 किलोमीटर
  • पश्चिम बंगाल में 520 किलोमीटर

ब्रह्मपुत्र नदी तन्त्र –

इसका उद्गम स्थल मानसरोवर झील के निकट आंग्सी ग्लेशियर से है। यह तिब्बत में सांगपो और बांग्लादेश में जमुना के नाम से जानी जाती है। इस नदी का अपवाह तंत्र तीन देशों तिब्बत, भारत और बांग्लादेश में विस्तृत है। विश्व का सबसे बड़ा नदी द्वीप मांजुली इसी नदी तंत्र की देन है।

हिमालय कि नदिया Reviewed by Ajeet rajoriya on फ़रवरी 14, 2023 Rating: 5

कोई टिप्पणी नहीं:

Tech Baba News All Right Reseved |

संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Blogger द्वारा संचालित.